Sirsa News: गौशाला में गौ सेवक की बेटी की शादी: ग्रामीणों ने किया अनोखा सहयोग, कन्यादान में भेंट किए गहने और कपड़े
गौशाला समिति प्रधान प्रहलाद डारा ने बताया कि गणेश यादव बिहार के सहरसा जिले से अपने परिवार सहित यहां गौशाला में गायों की सेवा कर रहे हैं। उनकी चार बेटियां हैं, जिनमें से एक बेटी की पहले ही शादी हो चुकी है।
हरियाणा के गांव कुम्हारिया स्थित श्री महारानी सती दादी गौशाला में एक अनोखी मिसाल देखने को मिली। गौशाला में सेवा करने वाले गौ सेवक गणेश यादव की बेटी रीता की शादी में ग्रामीणों और गौशाला समिति ने मिलकर भरपूर सहयोग दिया। यह आयोजन न केवल मानवता और परंपरा का प्रतीक बना, बल्कि समाज में एकता और सेवा की भावना को भी उजागर किया।
“गौ सेवक की बेटी की शादी” में हुआ अनूठा योगदान
गौशाला समिति प्रधान प्रहलाद डारा ने बताया कि गणेश यादव बिहार के सहरसा जिले से अपने परिवार सहित यहां गौशाला में गायों की सेवा कर रहे हैं। उनकी चार बेटियां हैं, जिनमें से एक बेटी की पहले ही शादी हो चुकी है। दूसरी बेटी रीता की शादी वीरवार को गौशाला परिसर में सुरेंद्र न्यौल के साथ संपन्न हुई।
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जैसे ही ग्रामीणों को यह खबर मिली कि गौ सेवक की बेटी की शादी है, तो उन्होंने दिल खोलकर सहयोग देने का निर्णय लिया। कन्यादान की रस्म के दौरान ग्रामीणों ने रीता को सूट, गहने, कपड़े और अन्य जरूरत का सामान भेंट किया। इस पहल ने समाज में एक नई मिसाल कायम की।
गौशाला परिसर बना विवाह स्थल
गौशाला में सेवा करने वाले गणेश यादव और उनकी पत्नी रामप्यारी देवी ने खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि वे आर्थिक रूप से कमजोर हैं। ग्रामीणों और गौशाला समिति ने उनकी बेटी की शादी को यादगार बनाने में पूरी मदद की। इस सहयोग से उनकी बेटी को शादी के लिए सभी जरूरी सामान मिल सका।
ग्रामीणों का योगदान
शादी में किसी भी प्रकार का दहेज या नकदी नहीं दी गई। परंपरागत तरीके से ग्रामीण महिलाओं ने रीता को कपड़े, गहने और घरेलू सामान प्रदान किया। विवाह समारोह के दौरान पंडित रामतीर्थ शर्मा और बलराम शास्त्री ने मंत्रोच्चारण कर विधिवत फेरों की रस्म पूरी करवाई। इस आयोजन में सैकड़ों ग्रामीण पुरुष और महिलाएं शामिल हुईं।
सामूहिक प्रयास से रची गई अनोखी मिसाल
शादी में मौजूद प्रमुख लोगों में प्यारेलाल बांदर, औम प्रकाश डारा, राजवीर न्यौल, ओमप्रकाश न्यौल, रमेश गोदारा, और श्यामलाल बिजारणिया जैसे गणमान्य लोग शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में कहा कि इस आयोजन ने मानवता और परंपरा की नई कहानी लिखी है।
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